देश के लिए खतरनाक टेलीग्राम, यूक्रेन ने कर दिया बैन; बोला- रूस जासूसी कर रहा

देश के लिए खतरनाक टेलीग्राम, यूक्रेन ने कर दिया बैन; बोला- रूस जासूसी कर रहा

 

यूक्रेन की वोलोदिमिर जेलेंस्की सरकार ने टेलीग्राम पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। आदेश में कहा गया है कि कोई भी सरकारी और सेना का अधिकारी टेलीग्राम का इस्तेमाल नहीं करेगा। यह देश की सुरक्षा के लिए खतरा है।

रूस से युद्ध के बीच यूक्रेन की सरकार ने टेलीग्राम पर बैन लगा दिया है। यूक्रेन का कहना है कि सरकारी और सेना के अधिकारियों का टेलीग्राम इस्तेमाल करना खतरनाक साबित हो सकता है क्योंकि रूस इसका इस्तेमाल जासूसी क लिए कर सकता है। शुक्रवार को यूक्रेन के नेशनल सिक्योरिटी ऐंड डिफेंस काउंसिल ने इसका ऐलान किया है। इससे पहले यूक्रेन की जीयूआर मिलिटरी इंटेलिजेंस एजेंसी ने बताया था कि किस तरह रूस इस प्लेटफॉर्म में सेंध लगाने में सक्षम है।

यूक्रेन का कहना है कि टेलीग्राम पर बैन राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है। बता दें कि यूक्रेन और रूस दोनों ही देशों में टेलीग्राम का धड़ल्ले से इस्तेमाल होता है। दोनों देशों में युद्ध छिड़ने के बाद टेलीग्राम पर ही कई जानकारियां साझा की जाती थीं। जेलेंस्की ने कहा कि जिन अधिकारियों को अपनी ड्यूटी के लिए टेलिग्राम का इस्तेमाल करना है उनपर प्रतिबंध लागू नहीं होंगे।

बता दें कि रूस में जन्मे पावेल दुरोव ही टेलीग्राम के संस्थापक हैं। 2014 में वह रूस छोड़कर दुबई चले गए ते। बीते महीने अवैध सामग्री पब्लिश करने के आरोप में टेलीग्राम के दुरोव को फ्रांस में गिरफ्तार कर लिया गया है। यूक्रेन की काउंसिल का कहना है कि रूस टेलीग्राम के संदेशों को पकड़ सकता है। यहां तक कि डिलीट किए गए मेसेज भी वह पढ़ सकता है। जेलेंस्की ने कहा, मैंने हमेशा ही अभिव्यक्तिक की आजादी का समर्थन किया है लेकिन टेलीग्राम का इस्तेमाल इससे जुड़ा नहीं है। यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है।

टेलीग्राम ने सफाई देते हुए कहा है कि इस प्लेटफॉर्म ने कभी किसी भी देश को डेटा नहीं दिया है। वहीं जो सामग्री डिलीट कर दी जाती है उसे वापस नहीं लाया जाता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन में 33000 टेलीग्राम चैनल ऐक्टिव हैं। वहीं यूक्रेन की मीडिया के मुताबिक 75 प्रतिशत लोग कम्युनिकेशन के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं।

राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने रूस, चीन, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और ईरान के नागरिकों सहित 42 कानूनी संस्थाओं और छह व्यक्तियों के विरुद्ध प्रतिबंध लगाने वाले आदेशों पर हस्ताक्षर किए है। दस्तावेजों के अनुसार प्रतिबंध रूस, चीन, यूएई और ईरान में पंजीकृत परिवहन, विनिर्माण और व्यापार, निर्माण, निवेश और औद्योगिक कंपनियों पर लागू होते हैं। इनमें रूसी जहाज प्रकाश संयंत्र मायाक और कज़ान स्टेट गनपाउडर प्लांट शामिल हैं। रूस, चीन और ईरान के कई नागरिकों पर भी प्रतिबंध लगाए गए।

ये प्रतिबंध दस साल के लिए लगाए गए हैं और इनमें यूक्रेन के क्षेत्र वाले समुद्र, उसके आंतरिक जल और बंदरगाहों में विदेशी जहाजों और सैन्य जहाजों के प्रवेश पर प्रतिबंध या प्रतिबंध की परिकल्पना की गई है। विमानों के लिए यूक्रेन के हवाई क्षेत्र में प्रवेश करना या उतरना भी प्रतिबंधित है।

प्रतिबंधों में परिसंपत्तियों को अवरुद्ध करना, व्यापार संचालन पर प्रतिबंध (पूर्ण समाप्ति), यूक्रेन के बाहर पूंजी के बहिर्वाह को रोकना, प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण पर प्रतिबंध, बौद्धिक संपदा अधिकार, आर्थिक और वित्तीय दायित्वों की पूर्ति का निलंबन एवं भूमि भूखंडों का अधिग्रहण शामिल है। (वार्ता से इनपुट्स के साथ)

 

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