आनन्द श्रीवास्तव की रिपोर्ट-
महराजगंज। महराजगंज महोत्सव 2024 की तैयारियां ज़ोरों पर हैं, और इस बार भी यह महोत्सव खास रहेगा। जिले को एक नई पहचान दिलाने और स्थानीय उत्पादों को प्रमोट करने के उद्देश्य से आयोजित होने वाले इस महोत्सव में न केवल गैर जनपदों के कारोबारी हिस्सा लेंगे, बल्कि गृह जिले की स्वयं सहायता समूह की महिलाएं भी अपने उत्पादों के स्टॉल लगाएंगी। महोत्सव के माध्यम से ‘मेड इन महराजगंज’ ब्रांड को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की कोशिश की जाएगी।
ओडीओपी के तहत 25 जिलों के कारोबारियों की भागीदारी-
महराजगंज महोत्सव में प्रदेश के 25 जिलों के छोटे और बड़े कारोबारी अपने उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे। ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ (ओडीओपी) योजना के तहत चयनित वस्तुओं के स्टॉल इस महोत्सव का एक प्रमुख आकर्षण होंगे। इन स्टॉलों पर विभिन्न जिलों की खास वस्तुएं प्रदर्शित की जाएंगी, जो हर जिले की विशेषता को दर्शाती हैं।
स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की भागीदारी-
गृह जिले की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को भी इस महोत्सव में अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने का मौका मिलेगा। समूह की महिलाओं द्वारा बनाई गई अगरबत्तियां, मोमबत्तियां, अचार, मुरब्बा, और बैग जैसे उत्पाद महोत्सव में देखने को मिलेंगे। यह पहल न केवल महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनेगी।
महिला सशक्तिकरण की मिसाल-
महराजगंज महोत्सव में हिस्सा लेने की तैयारी कर रही “मां दुर्गा स्वयं सहायता समूह” बांसपार बैजौली और “सुई-धागा स्वयं सहायता समूह” मधुबनी की महिलाएं अपने प्रयासों से ग्रामीण इलाकों की आधी आबादी को प्रेरित कर रही हैं। “सुई-धागा स्वयं सहायता समूह” मधुबनी की अध्यक्ष मंजू देवी ने बताया कि उनके समूह की महिलाएं मोमबत्ती निर्माण कर रही हैं, जिससे करीब दो दर्जन महिलाएं आत्मनिर्भर बन चुकी हैं। इसी प्रकार, “मां दुर्गा स्वयं सहायता समूह” बांसपार बैजौली की अध्यक्ष कुंती देवी ने कहा कि महोत्सव में स्टॉल लगाने से समूह की महिलाओं को अपने काम को आगे बढ़ाने का सुनहरा अवसर मिलेगा।
महराजगंज महोत्सव 2024 न केवल जिले के छोटे और मझोले कारोबारियों के लिए एक बड़ा मंच साबित होगा, बल्कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम होगा। यह महोत्सव ‘मेड इन महराजगंज’ ब्रांड को नई पहचान देने और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने की दिशा में एक सशक्त पहल के रूप में देखा जा रहा है।