बीते दो साल से भी अधिक वक्त से रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। रूस इस बात पर अड़ा है कि वह यूक्रेन को तबाह करके ही मानेगा मगर यूक्रेन है कि वह घुटने टेकने को राजी नहीं है। हाल ही में यूक्रेन ने एक बार फिर अपने तेवर साफ कर दिए हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बुधवार को एक बयान में कहा कि उनका देश हर साल चार मिलियन ड्रोन का उत्पादन कर सकता है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन अन्य हथियारों के निर्माण में तेजी से वृद्धि कर रहा है। जेलेंस्की ने यह टिप्पणी कीव में दर्जनों विदेशी हथियार निर्माताओं के साथ एक बैठक के दौरान की।
जेलेंस्की ने बताया कि इस साल यूक्रेन ने 1.5 मिलियन ड्रोन के उत्पादन के लिए पहले ही अनुबंध कर लिया है। रूस के फरवरी 2022 में यूक्रेन पर आक्रमण से पहले देश में ड्रोन उत्पादन लगभग न के बराबर था। जेलेंस्की ने कहा, “पूरी तरह से युद्ध की कठिन परिस्थितियों में और लगातार रूसी हमलों के बीच, यूक्रेन ने एक नई रक्षा उद्योग की स्थापना की।” प्रधानमंत्री डेनिस श्म्यहाल ने बताया कि यूक्रेन ने 2023 में अपने घरेलू हथियार उत्पादन को तीन गुना कर दिया था और इस वर्ष के पहले आठ महीनों में इसे दोगुना कर लिया। हालांकि, किसी भी आधिकारिक आंकड़े का खुलासा नहीं किया गया।
रूस के खिलाफ 31 महीने से चल रहे युद्ध में यूक्रेन का रक्षा खर्च अपने राज्य बजट का लगभग आधा हिस्सा यानी 40 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है। इसके अलावा पश्चिमी सहयोगी देशों से भी सैन्य और वित्तीय सहायता मिल रही है। वहीं, रूस अपने सैन्य खर्च को अगले साल के लिए 25% बढ़ाकर लगभग 145 बिलियन डॉलर करने की योजना बना रहा है।
कीव अब अधिक से अधिक हथियारों का उत्पादन देश के भीतर करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। श्म्यहाल ने घोषणा की कि सरकार 2025 तक घरेलू हथियार उत्पादन को बढ़ाने के लिए खर्च बढ़ाने की योजना बना रही है। उन्होंने कहा, “अगले साल के बजट में हथियार खरीद के लिए 65% की वृद्धि की गई है, जो लगभग 7 बिलियन डॉलर की वृद्धि है।”
डेनिस श्म्यहाल ने यह भी कहा कि यूक्रेन का प्रमुख लक्ष्य अपने लंबी दूरी की क्षमताओं को बढ़ाना और रूसी बलों पर तकनीकी बढ़त हासिल करना है। रूस की सेना ने पूर्वी यूक्रेन के डोनेट्स्क क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ते हुए वुहलेदार शहर पर कब्जा कर लिया है, जिससे यूक्रेन के लिए अपनी सैन्य क्षमताओं को और मजबूत करना आवश्यक हो गया है। यूक्रेन अब रूस के अंदर गहराई तक हमले करने की क्षमता पर जोर दे रहा है और पश्चिमी लंबी दूरी के मिसाइलों के उपयोग की अनुमति मांग रहा है, लेकिन अभी तक इसे मंजूरी नहीं मिली है।
मंगलवार को हुई बैठक के दौरान, कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए, जिनमें यूक्रेनी और विदेशी कंपनियों के बीच गोला-बारूद, विभिन्न प्रकार के ड्रोन और पश्चिमी उपकरणों की मरम्मत के लिए सहयोग शामिल है। फ्रांको-जर्मन रक्षा समूह केडीएनएस ने कीव में अपनी एक सहायक कंपनी खोलने की घोषणा की जो भारी बख्तरबंद वाहनों का उत्पादन करती है।