NASA और स्पेसएक्स ने सुनीता विलियम्स के रेस्क्यू का मिशन टाला, जानिए क्यों?

NASA और स्पेसएक्स ने सुनीता विलियम्स के रेस्क्यू का मिशन टाला, जानिए क्यों?

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर का रेस्क्यू मिशन अब 28 सितंबर को लॉन्च होगा. नासा और स्पेसएक्स के इस मिशन को फ्लोरिडा के केप कैनावरल स्पेस फोर्स स्टेशन से लॉन्च होना था लेकिन खराब मौसम की वजह से इसे 28 सितंबर तक के लिए टाल दिया गया है.

दरअसल चक्रवाती तूफान हेलेन मैक्सिको की खाड़ी से होकर गुजर रहा है, इसकी वजह से फ्लोरिडा में भी तेज हवा के साथ भारी बारिश का असर देखा जा सकता है. यही वजह है कि NASA और स्पेसएक्स ने कल लॉन्च होने वाले क्रू-9 मिशन को आगे टाल दिया है. इस मिशन के जरिए ही अंतरिक्ष में करीब 4 महीने से मौजूद सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को वापस लाया जाएगा.

क्या है नासा का क्रू-9 मिशन?

स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के जरिए क्रू-9 की लॉन्चिंग होनी है, इसके तहत नासा के वैज्ञानिक निक हेग और रूसी अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोरबुनोव अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) पर जाएंगे. यह नासा और स्पेसएक्स का नौवां क्रू रोटेशन मिशन होगा. इस मिशन में ISS पर पहले से मौजूद सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर भी जुड़ेंगे, क्रू-9 मिशन में इन अंतरिक्ष यात्रियों को 5 महीने तक स्पेस स्टेशन पर मेंटेनेंस और रिसर्च का काम करना है. इसके बाद फरवरी 2025 में इनकी वापसी होगी.

5 जून को स्पेस स्टेशन पर पहुंचे थे विलियम्स-विल्मोर

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 5 जून से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर हैं. दोनों बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष में पहुंचे थे लेकिन विमान में आई तकनीकी खामी के चलते निर्धारित समय पर लौट नहीं सके. नासा और बोइंग ने स्टारलाइनर की वापसी के लिए कई फ्लाइट टेस्ट किए लेकिन डाटा एनालाइज करने के बाद नासा ने फैसला किया कि वह स्टारलाइनर को बिना क्रू के वापस लाएगा. दरअसल नासा ने स्टारलाइनर के जरिए सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी को जोखिम भरा मानते हुए यह फैसला किया था. हालांकि बोइंग के अधिकारियों का कहना था कि स्टारलाइनर दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित वापस लाने में सक्षम है.

फरवरी 2025 में होगी विलियम्स-विल्मोर की वापसी

7 सितंबर को बोइंग का स्टारलाइनर स्पेस्क्राफ्ट बिना क्रू के अंतरिक्ष से न्यू मेक्सिको के व्हाइट सैंड स्पेस हार्बर में सुरक्षित लैंड हुआ था. इसके बाद नासा ने क्रू-9 मिशन के जरिए दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर वापस लाने की तैयारी शुरू कर दी थी. दरअसल सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर अंतरिक्ष स्टेशन पर स्टारलाइनर के टेस्ट फ्लाइट मिशन पर 8 दिन के लिए गए थे, उन्हें 13 जून को वापस धरती पर लौटना था, लेकिन स्टारलाइनर स्पेस्क्राफ्ट में हीलियम लीकेज और थ्रस्टर फेल होने की वजह से दोनों की वापसी तय समय पर मुमकिन नहीं हो पाई. 8 दिन मिशन पर ISS पर गए दोनों अंतरिक्ष यात्रियों का मिशन अब करीब 8 महीनों का हो गया है. दोनों फरवरी 2025 में क्रू-9 मिशन के जरिए वापस लौटेंगे.

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की सुरक्षित वापसी के लिए नासा ने उन्हें क्रू-9 मिशन में शामिल किया है, इसके लिए ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि धरती से 2 अंतरिक्ष यात्री के साथ मेटल के टुकड़े जो ‘डेड वेट’ की तरह काम करते हैं उन्हें 2 खाली सीटों पर भेजा जाएगा. वापसी के समय सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर समेत क्रू-9 के चारों अंतरिक्ष यात्री ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से धरती पर लौटेंगे.

सुनीता विलियम्स को स्पेस स्टेशन की कमान!

वहीं स्पेस स्टेशन पर करीब 4 महीने से फंसी सुनीता विलियम्स को नासा ने बड़ी जिम्मेदारी दी है, नासा ने उन्हें स्पेस स्टेशन का कमांडर बनाया है. अब तक यह जिम्मेदारी स्पेस स्टेशन पर मौजूद रूसी अंतरिक्ष यात्री संभाल रहे थे. लेकिन 23 सितंबर को उनकी वापसी से पहले यह जिम्मा सुनीता विलियम्स को सौंप दिया गया है. यह दूसरा मौका है जब सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष स्टेशन की कमान संभाली है. इससे पहले वह साल 2012 में अपने एक मिशन के दौरान स्पेस स्टेशन की कमांडर बनाई गई थीं.

क्या अंतरिक्ष में फंस गईं हैं सुनीता विलियम्स?

नासा के मुताबिक सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर अंतरिक्ष में फंसे नहीं हैं. दोनों कुशल अंतरिक्ष यात्री हैं और वह इस तरह की परिस्थितियों का सामान करने में सक्षम हैं. पिछले महीने NASA की एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान चीफ एस्ट्रोनॉट जो अकाबा ने कहा था कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर पहले से इस तरह के मिशन के लिए तैयार थे. उन्होंने कहा था कि दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को पहले से पता था कि यह एक क्रू टेस्ट फ्लाइट है और इस तरह के मिशन में ऐसा हो सकता है कि सब कुछ ठीक न हो. NASA के चीफ एस्ट्रोनॉट जो अकाबा ने कहा था कि स्टारलाइनर के मिशन से पहले सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर अंतरिक्ष में काफी समय बिता चुके हैं, बुच विल्मोर अंतरिक्ष में 178 दिन रह चुके हैं, वहीं सुनीता विलियम्स करीब 322 दिन अलग-अलग मिशन के तहत स्पेस स्टेशन में बिता चुकी हैं. उन्होंने कहा कि दोनों अंतरिक्ष यात्री काफी अनुभवी और प्रशिक्षित हैं ऐसे में हम यह नहीं कहा जा सकते कि दोनों वहां फंस गए हैं.

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